370

प्रश्नावली – प्रमुख उपनिषद्

उपनिषद् वेदान्त हैं- भारतिय दर्शन के स्रोत.
इनमे गुरु-शिष्य परंपरा निहित है . उपनिषद् का शाब्दिक अर्थ है गुरु के निकट (उप) बैठना (शाद)
प्रमुख उपनिषद् 10 (अथवा 13) हैं. इनके विषय में हमारे महान गुरुजनों, जैसे शंकर व रामानुज, ने व्याख्या की है .
इस प्रश्नावली में हमें मालूम होगा कि प्रमुख उपनिषद् किस प्रकार से प्रकृति के यथार्थ (‘ब्रह्म सत्य जगत मिथ्या’) की व्याख्या करते हैं. प्रश्नों के क्रमांक उपनिषदों के पारंपरिक अनुक्रम दर्शाते हैं , यद्यपि अंतिम दो प्राचीनतम हैं.
यह प्रश्नावली उपनिषद् विदुषी श्रीमति गीता कुलकर्णी के एम फिल शोध प्रबंध तथा अनेक अन्य संलेखों से प्रेरित है. उनके प्रति हमारा आभार है. ज्ञान के इस महासागर में हम अल्पग्य हैं तथा विवरण में आने वाली सभी त्रुटियाँ केवल हमारी हैं

Maniam Selvan Picture – Guru Sishya tradition in the background of Dakshnimoorthy

ईशोपनिषद हमें सिखाता है कि यदि मनोभाव विशुद्ध हों तो कर्मों के फल मनुष्य से नहीं जुड़ता है . यही ज्ञान अन्य किस ग्रंथ में व्यक्त किया गया है?

केन उपनिषद के प्रथम जिज्ञासु श्लोक से उसका नाम दिया गया है। ‘केन’ का क्या अर्थ है?

कठोपनिषद इंद्रियों, मन, बुद्धि और स्वयं के बीच के संबंध का वर्णन करने के लिए किस उदाहरण का उपयोग करता है?

उपनिषद किस प्रतीक के महत्व को स्थापित करता है, जिसका जाप हिंदू धार्मिक अभ्यास की आधारशिला है?

हमारे गणतंत्र का राष्ट्रीय नीति वाक्य मुंडक उपनिषद से लिया गया है। वह नीति वाक्य क्या है?

माण्डूक्य उपनिषद जाग्रत, स्वप्न और सुषुप्ति के पार एक चौथे अवस्था का वर्णन करता है, जो परम सत्य की प्रकृति को समझाने के लिए है। वह अवस्था कौन-सी है?

तैत्तिरीय उपनिषद के अनुसार, मानव व्यक्तित्व में कितने कोश (आवरण) होते हैं?

ऐतरेय उपनिषद के रचयिता एक असामान्य व्यक्ति थे। वे कौन थे?

छांदोग्य उपनिषद में, ऋषि हरिद्रुमत गौतम किसके पुत्र को अपना शिष्य बनाते हैं?

बृहदारण्यक उपनिषद में ‘यह नहीं, वह नहीं’ (Not this, not that) के द्वारा यह दर्शाया गया है कि परम सत्य को मानवीय परिभाषाओं से समझा नहीं जा सकता। इस सिद्धांत को लोकप्रिय रूप से किस नाम से जाना जाता है?

बाहर

How did you like this quiz?

Get quiz links

We will send you quiz links at 6 AM on festival days. Nothing else 

Opt In